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Class 12th प्रारंभिक समष्टि अर्थशास्त्र (Introductory Macroeconomics)
Chapter 1 - परिचय (Introduction)
समष्टि अर्थशास्त्र का उद्भव (Emergence of Macroeconomics)
समष्टि अर्थशास्त्र का एक अलग शाखा के रूप में उद्भव ब्रिटिश अर्थशास्त्री जॉन मेनार्ड कीन्स की प्रसिद्ध पुस्तक “द जनरल थ्योरी ऑफ इम्प्लॉयमेन्ट, इन्टरेस्ट एंड मनी” के 1936 ई. में प्रकाशित होने के बाद हुआ। कीन्स से पहले अर्थशास्त्र में इस चिंतन का प्राबल्य था कि सारे श्रमिक जो काम करने के इच्छुक हैं उन्हें काम मिलेगा और सारे कारखाने अपनी पूर्ण क्षमता के साथ कार्य करते रहेंगे। विचारों के इस संप्रदाय को क्लासिकी परंपरा (Classical Tradition) के रूप में जाना जाता है।
1929 में महामंदी ने जन्म लिया जो 1933 तक बनी रही इस महामंदी ने विश्व के विकसित देशों को चूर-चूर कर दिया। इस महामंदी में उत्पादन था परन्तु खरीदने वाले नहीं थे। 1929-33 के दौरान संयुक्त राष्ट्र अमेरिका और यूरोपीय देशों के कुल उत्पादन तथा रोज़गार के स्तरों में भारी गिरावट आई। इसका प्रभाव दुनिया के अन्य देशों पर भी पड़ा। कई कारखाने बंद हो गए तथा श्रमिकों को निकाल दिया गया । बेरोज़गारी की दर 1929 से 1933 तक 3% से बढ़कर 25% तक हो गई। 1929-33 के दौरान संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में समग्र निर्गत में लगभग 33% की गिरावट आई। इन परिस्थितियों में कीन्स की पुस्तक 'रोजगार, ब्याज एवं मुद्रा का सामान्य सिद्धान्त' 1936 में प्रकाशित हुई जिससे समष्टि अर्थशास्त्र जैसे विषय का उद्भव हुआ।
इस पुस्तक में पूँजीवादी देश (Capitalist Country) की अर्थव्यवस्था के कार्य का परीक्षण करेंगे। संक्षेप में, पूँजीवादी अर्थव्यवस्था की परिभाषा इस प्रकार दी जा सकती है :- वह अर्थव्यवस्था जिसमें अधिकांश आर्थिक क्रियाकलापों के निम्नलिखित अभिलक्षण हों :-
ApniClass
Class 12th व्यष्टि अर्थशास्त्र (Microeconomics) Notes
Class 12th समष्टि अर्थशास्त्र (Macroeconomics) Notes Class 12th व्यवसाय अध्ययन (Business Studies) Notes Class 12th लेखाशास्त्र (Accountancy) Part I Notes Class 11th अर्थशास्त्र (Economics) Notes